सर्दियों के लिए जरूरी भोजन
मूंगफली
antioxidant से भरपूर भुनी या उबली
हुई मूंगफली खाने से energy मिलती है। इसमें मोनोसैचुरेटेड व् पॉलीसैचुरेटेड fat मिलता है, जो heart के
लिए फायदेमंद है। protein के अलावा magnesium, phosphorus, sodium जैसे खनिज तत्व
भी प्रचुर होते है।
अखरोट
मेवों में अखरोट ही ऐसा है, जिसमे ओलेइक एसिड जैसे अनसैचुरेटेड फैटी
acid पाए जाते है। omega-3 भी इसमें पर्याप्त होता है। सर्दियों में 50-60 gram
नियमित खाएं। memory दुरुस्त रखने के साथ जोड़ो के pain, दमा, गठिया व् दिल के
रोगों में फायदा पहुंचाता है।
तिल
तिल में अच्छे किस्म की वसा होती है। भुने हुए तिल की गुड़ पट्टी
स्वाद और सेहत, दोनों के लिए बढ़िया है। सफेद तिल जोड़ो को शक्तिशाली बनाता है।
इसमें calcium भरपूर होता है। काले तिल में iron ज्यादा होता है। यह रोग प्रतिरोधक
क्षमता बढ़ाता है।
आंवला
आंवले का रस रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। ताजे आंवलों को पीस
कर इसका रस निकाल लें। 20-30 ml रस में एक चम्मच शहद मिला कर सवेरे-शाम पियें।
कच्चे आंवले की चटनी भी बना सकते है।
गाजर
इस मौसम में रोज गाजर का एक गिलास रस पीने से body को भरपूर
anti-oxidant, बीटा कैरोटिन, vitamin-a,b,c व् calcium और पेक्टीन आदि मिलते ही
है, यह सर्दी-जुकाम होने से भी बचाती है। गाजर के रस में पालक और चुकन्दर का रस
मिलाना इसके लाभ को और बढ़ा देता है। infection से बचाव होता है और आंतो को बल
मिलता है।
खजूर
खजूर body के लिए जरूरी खनिज तत्वों का अच्छा भंडार तो है ही,
vitamins और anti-oxidant का भी अच्छा स्रोत है। सर्दी में यह body को भरपूर
energy देता है और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है। रात के समय भोजन से दो-तीन घंटे
बाद 5-6 खजूर दूध में भिगो कर खाएं जाए और घूंट-घूंट पी लिया जाये तो इसका बढ़िया
लाभ मिलता है।
रात को पियें गरम दूध
जाड़े के दिनों में body को भरपूर energy और पौष्टिकता देने के लिए
रात में दूध पियें। तरीका यह है कि सवेरे एक-दो मामरा बादाम भिगो दे। रात में सोने
से पहले एक पाव दूध में आधा चम्मच सोंठ और चार-पांच पिंड खजूर या दो अंजीर के
छोटे-छोटे टुकड़े डालकर बीस-पच्चीस minute उबालें। दूध को ठंडा होने दें। गुनगुना
रह जाए तो बादाम को छिलका उतार कर पत्थर पर घिसें और इसमे मिला दें। केसर की
पांच-छह पंखुड़ियों भी दूध की कुछ बूंदों के साथ घोट कर मिला दें। उपर से एक चम्मच
शुद्ध घी मिलाएं और अंजीर या पिंड खजूर खाते हुए गुनगुने दूध को घूंट-घूंट कर
पियें। कुछ देर बाद कुल्ला करके सो जाएँ।
इतना इंतजाम संभव नही है तो उबले दूध को ठंडा होने दें। इसमे एक
चम्मच घी और दो-तीन चम्मच शुद्ध शहद मिला कर पियें। घी को पिघल कर मिलाएं। हाजमा
ठीक हो तो यह दुबले-पतले लोगो के लिए भी बढ़िया प्रयोग है। यह प्रयोग तभी करें, जब
खाना खाए हुए दो-ढाई घंटे हो चुके हों।
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