Friday, May 29, 2015

Stock Market में Share की गिरावट में भी निवेश का बेहतर अवसर




सभी निवेशक अपने निवेश पर अधिक से अधिक मुनाफा कमाना चाहते है। share में सीधे निवेश पर जोखिम बहुत अधिक होता है। लेकिन लम्बी अवधि में इसने मोटा return दिया है। मौजूदा समय में घरेलु share बाज़ार नई उचाई पर है और जिन लोगो ने पहले निवेश किया था वह तगड़ा मुनाफा कमा चुके है। यदि आपको लगता है कि आपने मौका गवा दिया है तो बहुत देर नही हुई है क्योकि हाल में इसमे आये तेज- उतार चढाव के बावजूद निवेशको का भरोसा share पर कायम है। stock market विशेषज्ञ गिरावट को निवेश का एक बेहतर अवसर मानते है। share में निवेश करना जितना important है उतना ही अहम है उन्हें सही समय पर बेचकर ज्यादा फायदा उठाना। 
 
गिरावट पर न घबराये

जब stock market में गिरावट आती है तो छोटे निवेशक नुकसान के डर से हडबडी में share बेच देते है। लैडरअप wealth management के director राघवेन्द्र नाथ का कहना है कि ऐसे समय में कई बेहतर company का मूल्याकन भी कम हो जाता है जो खरीददारी का अवसर होता है। नाथ का कहना है कि इसकी वजह निवेशको में जागरूकता का अभाव है।

क्या हो Share में निवेश की रणनीति

share में लम्बी अवधि का लक्ष्य लेकर चलना चाहिए क्योकि छोटी अवधि में इसमे उतार चढाव आते रहता है। share में पिछले 15 साल में average 15 फीसदी से अधिक return दिया है। वही इस साल की शुरुआत में अब तक share में 25 फीसदी के करीब return मिला है जबकि पिछले साल इसमे 10 फीसदी के करीब return मिला। market विशेषज्ञ का कहना है कि जब market में गिरावट का रुख हो तो उससे घबराने के बजाय उसे खरीददारी से अवसर के रूप में देखना चाहिए। वही share की खरीदारी एकमुश्त करने की बजाय धीरे-धीरे करनी चाहिए और और चुनिंदा company में ही निवेश करनी चाहिए।

कब बेचना ज्यादा फायदेमंद 

share को खरीदने और बेचने का समय बेहद अहम होता है। ऐसा कई बार होता है कि आपने जब company का share खरीदा तब उसका मूल्य company की हैसियत से कम आकी गई और जब मूल्याकन अधिक होता है तब आप उसे बेचकर फायदा कमाना चाहते है। वही share को खरीदने के कुछ दिनों में उसके भाव में बेहद तेज उछाल आता है और उस समय भी आप उसे बेचकर तगड़ा मुनाफा कमाना चाहेगे। हालाकि, इसका फैसला करना इतना आसान नही होता है। आपको कभी भी share में निवेश कर जल्द मुनाफा कमाकर निकलने का नजरिया नही रखना चाहिए और इसकी जगह सुझबुझ के साथ निवेश कर लम्बी अवधि के फायदे पर नजर रखनी चाहिए। सामान्यत share कारोबारी छोटी अवधि में मुनाफा कमाकर निकल जाते है जबकि निवेशको के लिए लम्बी अवधि को तरजीह देना फायदेमंद रहता है।

कैसे करे फैसला 

आमतौर पर share कारोबारी 5,10,या 15 फीसदी मुनाफा मिलने पर उसे बेचकर निकल जाते है। लेकिन एक निवेशक के तौर पर आपको लम्बी अवधि का फायदा देखना चाहिए। केवल इसलिए share को न बेचे कि stock market शीर्ष पर है या तेज गिरावट आने पर ज्यादातर लोग बेच तो आप भी बेच दे। वही निवेश के कुछ ही दिनों में मोटा return होने के लालच में भी बेचने से परहेज करना चाहिए।

नतीजो पर भी रखे नजर

maruti sajuki और ICICI bank सहित अन्य बड़ी company के दूसरी तिमाही के नतीजे इस  सप्ताह share market कि दिशा तय करेगे। इसके अलावा वैश्विक market के रुख, विदेशी निवेशको के निवेश कि दिशा, dollar के मुकाबले रूपये का उतार-चढाव और कच्चे तेल की कीमते भी market के रुख पर असर डालेगी। Religare securities के अध्यक्ष(खुदरा वितरण) जयंत मांगलिक ने कहा कि आने वाले दिनों में भी सकारात्मक धारणा कायम रहेगी। हालाकि, मौजूदा नतीजो की घोषणाओ के दौर में निवेशको को share के चुनाव में सावधानी बरतनी चाहिए। वैश्विक मौचे पर Tuesday और wednesday को अमेरिकी केन्द्रीय bank fedral reserve कि open market समिति (MOMC) की दो दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक होगी।
 
 
       

Wednesday, May 27, 2015

Hindi Quotes




1- किसी भी मनुष्य की वर्तमान स्थिति देखकर उसके भविष्य का उपहास मत उडाओ क्योकि काल में इतनी शक्ति है कि वो एक साधारण से कोयले को भी धीरे- धीरे हीरे में बदल देता है

2- सच बोलने का सबसे बड़ा फयदा यह है कि तुम्हे याद नही रखना पड़ता है कि तुमने किससे क्या कंहा था
            रॉबर्ट बेन्सन 

3- यदि आप चाहते है कि लोग आपके साथ सच्चा व्यवहार करे तो आप खुद सच्चे बने और अन्य लोगो से भी सच्चा व्यवहार करे।

              स्वामी विवेकानंद

4- “विश्वास एक छोटा शब्द है, उसको पढने को तो एक second लगता है, सोचो तो minute लगता है, समझो तो दिन लगता है, पर साबित करने में ‘जिन्दगी’ लगती है।

5- यदि सफल होना चाहते हो, तो पहले अपने “अहं” का नाश कर डालो।

            स्वामी विवेकानंद

6-जिस तरह जौहरी ही हीरे की पहचान कर सकता है, उसी तरह एक गुणी इंसान ही दुसरे गुणवान व्यक्ति को पहचान सकता है।

7- कमजोर व्यक्ति कभी क्षमा नही करता क्षमा करना महान व्यक्ति की विशेषता होती है।

8- यदि आपमें आत्मविश्वास नही है तो आप हमेशा न जितने का बहाना खोज लेगे।

9- अभिमान किसी को उपर उठने नही देता और स्वाभिमान किसी को नीचे झुकने नही देता।

10- असंभव शब्द का प्रयोग केवल कायर करते है, बहादुर और बुद्दिमान व्यक्ति अपना मार्ग स्वय प्रशस्त करते है।
 
11- समय और समझ एक साथ खुश किस्मत लोगो को ही मिलती है, क्योकि समय पर समझ नही आती और समझ आने तक समय निकल जाता है।

12- जिस त्याग से अभिमान उत्पन्न होता है, वह त्याग नही, त्याग से शांति मिलनी चाहिए, अंततः अभिमान का त्याग ही सच्चा त्याग है।

         स्वामी विवेकानंद

13-किसी चीज को समझने के लिए ज्ञान की आवश्यकता होती है, किन्तु उसे महसूस के लिए अनुभव की आवश्यकता होती है। 

14- जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।

         स्वामी विवेकानंद

15- मनुष्य सुबह से लेकर शाम तक काम करके इतना नही थकता, जितना क्रोध और चिंता से एक घंटे में थक जाता है।

16- इंतजार करने वालो को सिर्फ उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है।

       अब्दुल कलाम

17- इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योकि सफलता का आनन्द उठाने के लिए ये जरूरी है।

    अब्दुल कलाम

18- बुद्दिमान कभी अपनी हानि पर शोक नही करते, बल्कि प्रसन्नतापूर्वक अपनी क्षति को पूरा करना का उपाय करते है।

         शेक्सपियर

19- हमेशा ध्यान में रखिये की आपका सफल होने का संकल्प किसी ओर संकल्प से महत्वपूर्ण है।

      अब्राहम लिकन

20- संसार एक कडवा वृक्ष है, इसके दो फल ही अमृत जैसे मीठे होते है।
एक- मधुर वाणी और दूसरा सज्जनों की संगति ।

 आचार्य चाणक्य

21- दुसरो की गलतियों से सीखो अपने ही उपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी।

आचार्य चाणक्य

22- किसी भी व्यक्ति को बहुत सीधा साधा नही होना चाहिए, क्योकि सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते है।

     आचार्य चाणक्य

23- कमजोर व्यक्ति कभी क्षमा नही करता, क्षमा करना महान व्यक्ति की विशेषता होती है।

24- कुछ कर गुजरने के लिए मौसम नही मन चाहिए।
साधन सभी जुट जायेगे संकल्प का धन चाहिए।

25- कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो, आँखे मुदकर उसके पीछे मत चलिए। यदि ईश्वर की ऐसी मंशा होती तो वह हर प्राणी को आँख, नाक, कान, मुह, मस्तिष्क आदि क्यों देता?

26- स्वयं का शिक्षक बनकर स्वयं को शिक्षा देना ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है।

27- जरूरी नही है कि इंसान प्यार की मूरत हो, सुन्दर और बेहद खुबसुरत हो, अच्छा तो वही इंसान होता है, तो जब आपके साथ हो, जब आपको उसकी जरूरत हो।

28- तर्जुबा इंसान को गलत फैसलों से बचाता है, मगर तर्जुबा गलत फैसले से ही आता है।

29- कामयाब व्यक्ति अपने चेहरे पर दो ही चीजे रखते है मुस्कराहट और ख़ामोशी
मुस्कराहट- मसलो को हल करने के लिए
और
ख़ामोशी-मसलो से दूर रहने के लिए  

Friday, May 22, 2015

Stock Market



I.P.O

कोई भी Company पहली बार पूजी जुटाने के लिए सार्वजनिक निर्गम जारी करती है तो इसे ‘ initial public offer   ‘(I.P.O) कहते है। सार्वजनिक निर्गम में जिन आवेदकों को share का आवटन होता है। share की सुचिबद्रता के बाद share market के जरिये उन्हें खरीदा बेचा जा सकता है।सुचिबद्रता के बाद होने वाले सोदों को secondary market कहा जाता है। company  जब अपने विधमान शेयरधारको को ही share प्रस्तावित करती है तो ऐसे निर्गम को राईट निर्गम कहा जाता है। company जब निरंतर profit अर्जित करने वाली होती है तो वर्ष दर वर्ष लाभ में से कुछ हिस्सा शेयर धारको को बतोर लाभांश वितरित करती रहती है बचे हुए लाभ का हिस्सा जब सचित होता है ओर उस सचित राशी का पुजिकरण करके उस राशी से अपने विधमान शेयर धारको को निधारित किये गये ratio में share निशुल्क आवंटित किये जाते है तो इसे bonus share कहा जाता है।

Company को अपने I.P.O. के लिए grading करवानी पडती है ये ग्रेडिग crisil  सहित विभिन्न ग्रेडिग company के fundamental के आधार पर एक से पांच के क्रम में दी जाती हैइसमे पहले क्रम की कंपनी fundamental की नजर से कमजोर समझी जाती हैजबकि grade 2 साधारण,grade-3 अच्छी company होने का परिचायक है। grade-4 व grade-5 की company का fundamental मजबूत ओर उल्लेखनीय स्तर का परिचायक है

शेयर धारक को जब इसके खरीदने के 12 महीने के अंदर बेचकर profit कमाता है तो ऐसे profit पर short term  केपिटल लाभ कमाया जा सकता हैइस पर कोई tex नही लगता
जो निवेशक खरीदे गये share को बारह महीने के बाद बेचकर उस पर profit कमाते है तो ऐसे profit पर कोई tex नही लगता इसे long term केपिटल गेन कहा जाता है
 
Sensex 

Sensex B.C.E या benchmark सूंचकांक है,जिसमे 12 महत्वपूर्ण औधोगिक क्षेत्रो की 30 bluechip  कंपनियों का समावेश है,जिसके कारन इसे market में उतार-चड़ाव का बैरोमीटर समझा जाता है। sensex की घट-बढ़ बाज़ार की मंदी या तेज़ी दर्शाती है

Tips 

लोग एक दुसरे को कहते रहते है की कोन सा share तीन महीने में double हो जायेगा, market की भाषा में ऐसी   सलाह को tips कहा जाता है

अधिमानित share (प्रिफरेंशियल share) 

अधिमानित share पर आदमी को एक निशिचत डर से लाभांश प्राप्त करने की सुविधा मिलती है। इस तरह के शेयरधारक को profit में से सबसे पहले हिस्सा मिलता है इस शेयरधारक यानि आदमी को company का हिस्सेदार नही माना जाता है। profit के आधार पर अधिमानित share भी तीन तरह के होते है। 

1 असंचयी अधिमानित share(non cumulative प्रिफरेंशियल share)
  
यदि company किसी कारणवश पहले साल profit नही कमाती है ओर इसकी जगह दुसरे साल में profit   कमाती है इस हालत में आदमी दोनों वर्ष में profit प्राप्त करने का दावा नही कर सकते है

2 संचयी अधिमानित share (cumulative प्रिफ्रेशियल share)
 
यदि संस्था या company किसी वजह से पहले वर्ष लाभ नही कमाती है ओर दुसरे वर्ष profit की हालात में आती है तो इस हालत में आदमी को दोनों वर्ष profit प्राप्त करने का दावा कर सकते है

3 विमोचनशील अधिमानित share(तिदीम्ड cumulative प्रिफरेंधियल share) 

इस तरह के शेयरधारक को उसकी पूंजी का निशिचत समय के बाद लाभांश के साथ लोटा दी जाती हैइस प्रकार के शेयरधारको का company से जुडाव पूरी तरह अल्पकालिक होता है ओर company की इच्छा पर निभर करता है

Equity share

इस share को आमतौर परordinary share के नाम से भी जाना जाता है। equity share ही किसी company में हिस्सेदारी को निधारित करती हैवास्तव में equity शेयरधारक company के हितो व् अहितो से सीधा जुड़ा होता है ओर company के लाभ हानि का उस पर सीधा प्रभाव पड़ता हैइसे company के फैसलों पर अपनी राय और मत देने का अधिकार प्राप्त होता है

ध्यान देनेवाली बात ये है की equity शेयरधारको को उनका profit अधिमानित शेयरधारको को उनका profit लाभ देने के बाद भी मिलता हैआजकल share शब्द का अर्थ equity share से भी लगाया जाता है

Bonus Share का फायदा  

जब company को वर्ष में बहुत ज्यादा profit होता है तो ऐसे में company के पास लाभांश का वितरण करने के बाद भी काफी धन शेष रह जाता है इस लाभांश को बाटने के लिए उन्हें equity share की शक्ल दे दी जाती है ओर उन्हें ratio में शेयरधारको के बीच बाँट दिया जाता है इस अतिरिक्त share को ही bonus share कहते है।इस प्रकिया में company के शेयरधारको की सख्या में कोई बदलाव नही होता हैलेकिन आदमी के share  की सख्या अधिक हो जाती है

Right Issue का माजरा 
  
आदमी जिस company में धन लगाया है वह company नये share जारी करती है लेकिन company हिस्सेदारों की सख्या नही बढ़ाना चाहती है। ऐसी स्थिति में company अपने पुराने शेयरधारको को ही उनके share के ratio में नये share जारी कर देती है। इन share को अंकित मूल्य के बराबर या फिर बाज़ार मूल्य से कम दाम पर शेयरधारको को मुहैया करवाया जाता है ये share ही right issue कहलाते है

बाज़ार प्रतिष्ठा और बाज़ार मूल्य

share की खरीद फरोख्त के आधार पर दो तरह के market होते है
1-       कोई भी company अपने share प्राथमिक बाज़ार या primary market में ही जारी करती हैप्रत्येक share पर एक निशिचत मूल्य अंकित होता है जिसे company का प्रमोटर्स निधारित करता है अगर आदमी अपने share सीधे company से खरीदते है तो यह सोदा primary में होगा
2-       Secondary market में share का मूल्य अंकित मूल्य से ज्यादा होगा क्योकि ये company से बाहर से खरीददारी होती हैओर इसके price कंपनी के value पर होती है

Demat

Demat का अर्थ Dematerialization से लगाया जाता है इसका मतलब है की आपको किसी company की सम्पति अमौखिक या अप्रत्यक्ष रूप से प्राप्त हो गई हैउसी का हिसाब रखने के लिए demat account की व्यवस्था की गई है। demat account खुलवाने के लिए आपको निकतम depository तक अपनी पहुच बनानी होगी