Monday, November 30, 2015

Everyday बनती बिगड़ती है Destiny


हममे से हरेक व्यक्ति की एक नियति होती है। बिलकुल वैसे ही, जैसे बीज की नियति पेड़ बनना है। जहां बीज विकास के लिए अपने पर्यावरण पर depend होता है, वही हमारे साथ ऐसा नही है। हम खुश-किस्मत है कि हमे चुनाव करने करने की नेमत हासिल है, जो हमे अपने परिवेश और परिस्थितियों से अधिक ताकतवर बना देती है। दुसरे शब्दों में कहे तो हम अपनी परिस्थितियों को बदल सकते है।

जीवन एक नजरिया है। जब हम अपना नजरिया बदलते है, तो सोच का तरीका भी बदल जाता है। सोच का ढंग बदलता है तो भाव बदलते है। जब अच्छा महसूस करते है तो अच्छा काम भी करते है। और जब रोजमर्रा के कामो को को ढंग से  करने लगते है तो जादुई परिणाम हासिल होते ही है।

जो भी है आज है

बहुत लोग मानते है कि हमारा अतीत, आने वाला कल का निर्माण करता है। गौर करे तो हमारा आज बीते हुए दिन का परिणाम है और यही आज, आने वाला दिन का अतीत होगा। यानि गहराई से सोचे तो हमारा आज ही important है, जो आने वाले कल का आधार बनेगा, बीता कल नही। हम कल असफल होगे, क्योकि आज कुछ उपयोगी नही कर रहे है। बीते कल की गलती को इसके लिए जिम्मेदार न ठहराए।

आपके पास हर दिन सफलता का निशाना लगाने का अवसर होता है। बहुत से लोग बीते वक्त के दुखों को ही भविष्य की तस्वीर मानकर हार मान लेते है। यह सोच success को दूर ले जाती है, क्योकि हम हर दिन असहाय होकर बिताते रहते है।

कभी न कभी हममे में हर किसी ने गलती की होती है। किसी न किसी मोड़ पर हम सभी खुद के साथ या दूसरो के साथ गलत होते है। पर वह बिंदु, जहां हमारी किस्मत आकार ले रही होती है, वह वही है, जहां आप आज खड़े है। जब आप चुनते है है कि जो भी हो रहा है उसके लिए आप क्या करेगे। यही चुनाव है जो आप अपने लिए कर सकते है। यही भविष्य का आधार है। आज ही है, जब बीते कल कल को सही कर सकते है।

पहले नियति बदलने की

आप भी अपना भाग्य रच सकते है। आज,अभी, इस पल कुछ सार्थक करने की शुरुआत कर सकते है। जब तक आप जीवित है, आपके पास अपनी पसंद की दुनिया बनाने का अवसर भी है। आपकी नियति हर रोज आपको अवसर देती है। इस अवसर को लपक ले, उसे हाथ से छूटने न दे।

सजगता है जादू

इस बात को समझने के लिए मै workshop का आयोजन करती हूँ। इसमे आग पर चलने का खेल शामिल होता है। मै अक्सर लोगो को कहती हूँ कि यदि आप पहले कभी आग पर चलने हुए जल गये थे, तो इसका अर्थ यह नही है कि आपके साथ आज भी ऐसा ही होगा। जलने जैसी घटनाये तभी होती है, जब हम सतर्क नही होते है, जब लापरवाही करते है। हमारा focus कही और होता है। आग पर चलने समय पूरी सजगता, एकाग्रता और दृढ़ता की जरूरत होती है। क्या इसी से जादू होता है कि व्यक्ति जलता नही है? हां, जादू होता है। सजगता जादू है। जादू होते है, जब हमारी क्रियाये हमारी इच्छाओ की दिशा में क्रेंदित होती है। अब प्रश्न है कि बीते कल के बुरे experience को हमारे आज के decision में क्या भूमिका है? हर गलती, हर नुकसान, हर दुःख हमे जो सबक देता है, वह है ‘जिम्मेदारी’, जब हम खुद की जिम्मेदारी लेते है तो एक strong person बनते है। नियति वह नही है, जो हर पल आपके चुने हुए और किये गये कार्यो में आकार ले रही होती है।

     # “ये article, प्रिया कुमार से लिए गये है जो motivation speaker, corporate trainer.” जो I am another you, और perfect world पुस्तक की writer. सपने देखना पसंद करती है।

                                                         www.priya-kumar.com









  

Friday, November 27, 2015

Cholesterol कम करना है तो ये खाए


Cholesterol की भूमिका

कोशिकाओ की गतिविधियों के लिए cholesterol जरूरी है। body, जरूरत के अनुसार ही किसी तत्व का निर्माण करता है। जहां body अपने स्तर पर cholesterol बनाता है, वही अतिरिक्त बसा को भी cholesterol में परिवर्तित करता है। ऐसा नही है कि heart के रोगों की एकमात्र वजह cholesterol है। जलन, swelling व् जीवनशैली भी heart रोगों का कारण होते है। trans fat जैसे तली हुई चीजे, मक्खन, popcorn, junk food आदि की अधिकता ही cholesterol को बढ़ाती है।

इन चीजो का सेवन कम करेगा cholesterol

लहसुन

लहसुन cholesterol कम करने में भी असरदार है। इससे blood का थक्का बनने की आशंका कम होती है, रक्तचाप कम होता है व् संक्रमण से बचाव होता है। नये research के अनुसार लहसुन का नियमित सेवन धमनियों में प्लाक जमने से रोकता है। ताजे लहसुन की दो से चार कलियाँ का नियमित रूप से सेवन करे।

Oats

cholesterol कम करना चाहते है तो बेहतर है कि सुबह के खाने को बदलने से शुरुआत करे। सुबह के नाश्ते में oats लेना बुरे cholesterol यानि LDL को कम करने में मदद करता है। oats में मौजूद बीटा-ग्लूकेन LDL को अवशोषित कर लेता है।

बीन्स

Arizona stat university polytechnic में हुए एक research में पाया गया है कि सूप में आधा कप बीन्स मिलाना कुल cholesterol को कम करता है। LDL में 8% तक की कमी आती है। राजमा, काले व् सफेद लोबिया में fiber की अधिकता cholesterol को सोखती है।

जैतून का तेल

जैतून के तेल में heart के लिए लाभकारी मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड होते है, जो LDL cholesterol के स्तर को कम करते है। जैतून के तेल में पेट की बसा कम होती है। इसे सलाद व् फल-सब्जियों के उपर डाल कर खाए।

मेवे

यदि cholesterol कम करने की सोच रहे है तो मेवे खासतौर पर अखरोट का सेवन करे। american journal of clinical nutrition में प्रकाशित अध्धयन के अनुसार अखरोट का नियमित सेवन LDL के साथ कुल cholesterol को कम करता है। बादाम व् काजू को भी शामिल करे। मेवो में calorie की अधिकता होती है, इसलिए एक मुटठी मेवो का सेवन फायदेमंद होगा।

पालक

पालक में ल्युटेन होता है। पीले रंग का यह पिगमेंट हरी पत्तेदार vegetable व् egg के पीले वाले हिस्से में पाया जाता है। उम्र बढने के साथ आँखों में आने वाली कमजोरी को दूर करने में यह असरदार है। हालिया research कहते है कि पालक का सेवन धमनियों की परत को सुरक्षा प्रदान कर heart attack से बचाता है। प्लाक जमने से रोकता है। छोटे पत्ते वाले ताजे पालक की पत्तियों को सलाद में इस्तेमाल करे या फिर microwave में कुछ देर पकाकर डिश के उपर डालकर खाए।

Black Tea

tea को कैंसररोधी antioxidant के कारण जाना जाता है, पर इसमे LDL cholesterol को control रखने वाले तत्व भी होते है। एक study के अनुसार black tea का तीन सप्ताह तक नियमित सेवन blood lipid को 10% तक कम कर देता है।

Avocado

यह heart के लिए लाभदायक मोनोसैचुरेटेड बसा का अच्छा स्रोत है। इससे अच्छे cholesterol(LDL) की मात्रा बढ़ जाती है। इसमे cholesterol को control रखने वाला बीटा-sitosterol होता है, जो भोजन से मिलने वाले cholesterol को control रखता है।







   

Tuesday, November 24, 2015

Job ढूंढने के लिए कुछ नये Tools


एक time था, जब job ढूंढने के लिए placement agency पर लोगdepend थे। वही आज नये जमाने के नये tools जैसे social networking sites, app भी job ढूंढने में help कर रहे है-

लोकप्रिय Sites

LinkedIn.com, shine.com जैसी sites का use होता है।

80% jobs कही न कही networking से मिल रही है।

40% युवा नौकरी ढूंढने के लिए social media का इस्तेमाल कर रहे है।

1/3 managers मानते है कि पारंपरिक job ढूंढने के तरीको को नये जमाने के tools बदल डालेगे।

Mobile

job ढूंढने के लिए apps download करे। apps आपको एक touch में job ढूंढने का विकल्प देते है।

Mobile Application

shine, जॉब एमपी मोबाइल, real time job, carrier builder, बिजी बी

20% लोग job ढूंढने के लिए अपने smartphone का इस्तेमाल करने लगे है।

अपने video resume को YouTube पर भी upload करे और ध्यान रखे कि इसका link आपके CV में जरुर हो।

Personal Branding

खुद को online promote करने में पीछे न रहे। आपका creative work नियोक्ता की नजरो में जरुर आएगा। खुद को संप्रेषण कला को विभिन्न websites के जरिये भी पेश करे। SERP के जरिये google writer की high quality वाले content को पहचान करता है।

Blogging Tips

ऐसा जरुर दिखना चाहिए कि आप अपनी field में लगातार research कर रहे है। एक page अपने resume के नाम करे। अपने विचारो को ऐसे रखे, जिससे industry की जानकारी के साथ आपके विचार भी झलकते हो।

Twitter Tips

1-  recruiter से twitter के जरिये जुडकर उसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाए

2-  re-tweet करने पर नियोक्ता को लगेगा कि आप company के प्रोफाइल को जानने-समझने में दिलचस्पी ले रहे है।

3-  नियोक्ता की नजरो में आने के लिए अपनी field से जुडी अच्छी बाते post करे।

4-  यहाँ blog के link आदि जोड़ने में भी पीछे न रहे।

शिष्टाचार न भूले

social media प्रोफाइल में पूरी तरह से professional की तरह दिखे। content एक professional की दृष्टि से post किया गया हो। पांच में से एक manager ने job देने से पहले social network में background में जाँच की।

Company से बाहर होने की वजह

1-  09% company ने नियमो के उल्लघंन के कारण कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया।

2-  21% company ने पाया कि उनके अधिकतर कर्मचारियों ने company policy का ध्यान नही रखा।

3-  company में रहते हुए job search

4-  social media पर boss व् client पर प्रहार किया

5-  फिजूल की pictures post की।














Friday, November 20, 2015

Group Discussion में इन गलतियों से सीखे


group discussion(GD) में किसी गलती की आशंका से कम बोलना या फिर चुप रहना उचित नही है। पहले कभी GD में मिली नाकामी से डर कर नई कोशिश न करना भी गलत है। अगर कभी असफलता मिली है तो उससे सबक लेने की जरूरत है। जो लोग अपनी गलतियों से सीखते है और उन्हें न दोहराने का संकल्प लेते है, सही मायनों में तरक्की उन्हें ही मिलती है। GD कई क्षेत्र की job के लिए उम्मीदवारों की screening का important चरण है। आठ से बारह के बीच अपनी बात को रखना हर किसी के लिए आसान नही होता। ऐसे में गलतियों का होना स्वाभाविक है, लेकिन इसका यह अर्थ यह नही है कि गलती हो जाने की आशंका से GD में कम बोला जाये या फिर चुप ही रहा जाये। GD में सफल होना है तो इन बातो का जानते है-

Discussion में देर से शामिल न हो

GD के लिए सीमित समय दिया जाता है। इसी समय में सभी उम्मीदवार को अपने विचार रखने होते है। ऐसे में यदि आप यह सोचकर बैठे रहते है कि पहले सामने वाला person बोले, इसके बाद मै अपने विचार रखूँगा तो समझ ले कि आप अपनी बारी का इंतजार ही करते ही रह जायेगे। इस सीमित समय को अपनी पारी के इंतजार ही करते रह जायेगे। इस सीमित समय को अपनी पारी के इंतजार में खोने से अच्छा है, मौका तलाशकर बोलना। GD में discussion की शुरुआत करने वाले को हमेशा लाभ मिलता है, इसलिए कोशिश करे कि GD में सबसे पहले या दुसरे नंबर पर ही बोले। यहाँ जो person सबसे अंत में बोलता है, उसके लिए यह माना जाता है कि उसने सभी को सुनने के बाद अपने विचार बनाये है। और वह जो कुछ भी बोल रहा है, वो उसके अपने विचार नही है। GD में मिलने वाले पांच से दस minute में to the point बोलने का प्रयत्न करे।

Language नही, विचारो पर जोर दे

group discussion है तो फरार्टेदार English ही बोलनी पड़ेगी, ऐसी मान्यता ठीक नही है। हां यह सही है कि कुछ संस्थान सिर्फ English में ही group discussion का आयोजन करते है। English कमजोर है, इस बात को दिल से लगाकर निराश होने या आत्मविश्वास कम करने की जरूरत नही है। कई बड़े संगठन ऐसे भी है, जो language को नही, बल्कि उम्मीदवार के विचारो को अहमियत देते है। वे हिंदी या English, दोनों ही language में अपनी बात रखने का मौका देते है। इसका फायदा उठाते हुए आप अपनी मजबूत पकड़ वाली language में विचार रखकर बाजी को अपने हक में कर सकते है।

खुद को कम न समझे

discussion में खुद को दूसरे से कम आंकना सही नही है। यह सोचकर अपना आत्मविश्वास कम न करे कि सामने वाला उम्मीदवार कद-काठी, look, smartness या बोलचाल में आपसे बढकर है। यह जरूरी नही है कि जो person आपसे ज्यादा smart नजर आ रहा है, वह अपनी बात भी उतनी ही smartness के साथ रखेगा। GD में success पूरी तरह से timing, आत्मविश्वास, विचारो की स्पष्टा, presentation और सही Technic पर depend करती है, न कि इस बात पर कि आप कैसे दिख्रते है।

दूसरो की बात न काटे

group discussion में हर कोई बहुत ही आक्रामक तरीके से अपनी बात रखता है, लेकिन यहाँ एक सीमा में रहकर ही आक्रामक होना चाहिए। सामने वाला person अगर गलत बोल रहा है तो इसका यह मतलब बिलकुल नही है कि आप उस पर हावी हो जाए या आक्रोश में अनाप-शनाप बोलने लगे। यदि किसी person में बड़ी ही मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा है तो उस person की बातो की बातो को सीधे-सीधे काटना या उसे गलत ठहराना उचित नही है। ऐसा व्यवहार करना शिष्टाचार और अनुशासन के भी खिलाफ है। ऐसी परिस्थिति में आप कह सकते है कि इस मुद्दे पर मेरा नजरिया आपसे अलग है। फिर अपने दिमाग की रचनात्मकता का प्रयोग करते हुए अपने विचारो को रखे।
इस दौरान उन पहलुओ पर भी प्रकाश डाले, जहां आपका नजरिया पहले बोलने वाले उम्मीदवार की बातो से अलग हो। ऐसा करने से सामने वाले को बुरा भी नही लगेगा और GD की निर्णायक मंडली की नजर में आपका प्रदर्शन भी बेहतर हो जायेगा।

बातो को न दोहराए

अपनी बारी आने पर दूसरो की कही बातो को दोहराना हमेशा negative effect छोड़ता है। इससे नियोक्ता को लगता है कि आप वही विचार रख रहे है, जिसे वह कुछ समय पहले ही सुन चुके है। GD का purpose किसी subject या मुद्दे पर नये तथ्यों और नये नजरिये को सामने लाना होता है। अगर आपके बोलने से यह उद्देश्य ही पूरा नही होगा तो निश्चित रूप से आपका बोलना व्यर्थ हो जायेगा।

उतावलापन न दिखाए

group discussion में नियोक्ताओ पर अपना effect डालने के लिए यह जरूरी नही है कि discussion में सबसे पहले बोला जाये। पहले नंबर पर बोलने की हडबडी में मन में जो आये, उसे बिना सोचे-विचारे बोलना भी negative effect छोड़ता है। ध्यान रहे यहाँ घबराहट में कुछ भी या ज्यादा बोलना हमेशा ही आपके प्रदर्शन के प्रतिकूल होता है, इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए। इसके अलावा कुछ लोग अपनी बात कहने में इतना उतालवापन दिखाते है कि अक्सर मुद्दे से भटक जाते है। GD में जितना हो सके, कम शब्दों में, स्पष्ट और प्रभावशाली ढंग से अपनी बातो को रखे। इससे दुसरे उम्मीदवार को आपकी बातो को काटने के लिए कोई ठोस आधार नही मिल सकेगा।

सफलता मिलेगी ऐसे

GD में यह मानकर जाए कि यहा आप कुछ खोने नही जा रहे है। GD में इस इस सोच के साथ जाये कि यदि success रहे तो बहुत अच्छा, पर यदि असफल रहे तो भी कुछ experience लेकर तो जरुर लौटेगे। यही सोच और आत्मविश्वास आपको सफलता दिलायेगे।

देश-दुनिया की खबर

GD में अक्सर current affairs के topic होते है। इसलिए बीते कुछ समय में देश-दुनिया में क्या घटा है या फिर क्या कुछ घट रहा है, इसकी पूरी और सही जानकारी रखे। साथ ही उड़ मुद्दे के reference में अपनी एक राय भी बना ले। GD में जाने से दस दिन पहले की खबरों पर खास नजर रख कर आप बड़े आराम से GD में success हो सकते है।

Active रहे


GD में success होने के लिए आपका proactive यानि सक्रिय होना बहुत आवश्यक है। कोशिश करे कि discussion की शुरुआत और उसके समापन का मौका आपको ही मिले। 








Sunday, November 15, 2015

Body के संकेतो को समझे


कब्ज

magnesium से immunity बढती है और heart healthy रहता है। मांसपेशियों को healthy रखने में भी इसकी उपयोगी भूमिका होती है। इसकी कमी से कब्ज होता है, क्योकि magnesium आंतो के रास्ते में पानी रोककर मल को मुलायम बनाये रखता है। आंतो को आराम मिलता है और भोजन को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में मदद मिलती है। हरी पत्तेदार सब्जियां, सीताफल के बीज व् soybean में magnesium प्राप्त होता है।

मसूड़ों से Blood आना

कोलेजन के निर्माण में vitamin-c की अहम भूमिका होती है। यह ऐसा protein है, जो skin को मुलायम बनाता है और skin के कसाव को बरकरार रखता है। skin की कोशिकाओं को दोबारा जीवित करता है। इस vitamin की कमी से body के टिश्यु तेजी से क्षतिगस्त होते है। इसी कारण brush करते हुए मसूडो से blood आने लगता है। vitamin-c की कमी के अलावा धुम्रपान, alkohal, steroid और एंटीडिप्रेसेंट medicine अधिक लेना मसूडो में blood निकलने का कारण होता है। smoking और alkohal का सेवन कम से कम करे। diet में अमरुद, संतरा और आंवला शामिल करे।

एड़ी फटना

skin में moisture की कमी के कारण ही एड़ी फटने लगती है। body में vitamin B-3 की कमी के कारण भी ऐसा होता है, जिसे पेलाग्रा कहते है, जिससे skin रुखी-सुखी और दरदरी हो जाती है तथा एड़ी में दरार पडती है। मूंगफली में vitamin b-3 पर्याप्त मात्रा में होता है। इसके अलावा brown rice और हरी पत्तेदार सब्जियों को भी diet में शामिल करे।

नीद की अनियमितता

vitamin-d की कमी से सिर्फ bones का भुरभुराना और depression नही होता। research के अनुसार इससे नीद की कमी, यहाँ तक कि इंसोमिया होने की आंशका भी बढ़ जाती है। पर्याप्त vitamin-d लेना हमारी नीद के चक्र को सामान्य बनाये रखता है। body में नीद लाने में सहयोगी harmons मेलाटोनिन का स्राव बढ़ता है। सूरज की धूप में समय बिताये। यदि संभव हो तो सुबह 8-10 बजे के बीच करीब आधा घंटा धूप में बिताये। यदि body में vitamin-d की अधिक कमी है तो supplement लेना बेहतर रहता है। फोर्टीफाईड food जैसे milk और अनाज को diet में शामिल करे।

मांसपेशी खीचना

मांशपेशियो में थकावट या खिंचाव, बहुत अधिक exercise करने या रक्त-संचार दुरुस्त न होने पर होते है। यदि नस चढ़ने की problem अधिक है तो यह vitamin-b की कमी से भी हो सकता है। सालमन,टूना, केला,आलू छिलके के साथ, सूरजमुखी के बीज, ब्रोकली, मेवे व् मक्का खाए।

मुंह के किनारों का फटना

vitamin-b2 की कमी से ऐसा होता है। इसके कारण मुंह में छाले व् होंठो के किनारों पर घाव हो जाते है। कुछ लोगो को जीभ पर जलन भी महसूस होती है। बादाम,मशरूम और पालक में पर्याप्त मात्रा में vitamins होते है।

पतले व् रेखादार नाख़ून


blood की कमी के अलावा body में iron की कमी से नाख़ून पतले, धारीदार और टेढ़-मेढ़े हो जाते है। iron की कमी से हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है, जो body में oxygen के प्रवाह पर असर डालता है। यदि body में oxygen का स्तर कम है तो इससे बालो और नाखुनो की सेहत पर असर पड़ता है। अनार,अंडे की जर्दी,खट्टे fruit जैसे orange, मौसमी नीबू, आवला आदि। 



इन vegetable में है भरपूर Protein






Wednesday, November 11, 2015

Tomorrow’s Work Start Today कल के काम की आज हो शुरुआत


टालमटोल का रवैया इंसानी प्रवृति है। Canada की कार्लटन university में हुए एक research के आधार पर यह बात सामने आई है कि हमारा brain तत्काल इनाम या फल मिलने वाली चीजो का ही चयन करता है। बहुत जरूरी होने पर भी जूझने वाले या मुश्किल काम टालते रहते है। यह जानते हुए भी कि बाद में इससे खासा नुकसान होने वाला है।

जाने माने motivation speaker टीएस मदान का कहना है कि अक्सर हम अपना काम इस सोच के साथ अधुरा छोड़ देते है कि इसे कल या उचित समय पर पूरा करेगे, लेकिन कल या तो हमारी प्राथमिकताये बदल जाती है या हम उसे भूल जाते है। पिछले 10 साल में neuroscience में हुए research यह बताते है कि brain के जिन क्षेत्रो का अधिक इस्तेमाल किया जाता है वही विकसित होते है। काम टालने से रचनात्मकता में गिरावट के साथ-साथ tension, बीमारियां और उलझने बढने लगती है। टालने वाले रवैये के चलते हम खुद पर काम का बोझ इस कदर बढ़ा लेते है कि एक भी काम सलीके से नही हो पाता। फिर न boss से आपके रिश्ते सामान्य हो पाते है और न ही अपने साथियों के बीच आपकी छवि बेहतर बन पाती  है। कोशिश करे तो इस आदत को यूँ बदला जा सकता है-

बुलंद इरादा

कोई भी काम तभी लक्ष्य तक पहुचेगा, जब उसके प्रति आपकी लगन और समर्पण सच्चे होगे। आधे-अधूरे मन से किया गया कोई भी काम अपने गंतव्य तक नही पहुंच सकता । किसी भी काम के प्रति आपका इरादा बुलंद नही है तो जाहिर सी बात है कि उसके प्रति आपका इरादा बुलंद नही है तो जाहिर सी बात है कि उसके प्रति आप टालने वाला रवैया ही रखेगे। दुविधा और आलस्य को त्यागते हुए पुरे उत्साह के साथ काम को पूरा करने में जुट जाए।

काम को टुकड़े में बाटें

हमारे सामने अचानक कोई बड़ा काम आ जाये और उसे हर हाल में पूरा करना हो तो ऐसे लक्ष्य के प्रति हमारा दृष्टिकोण positive नही रहता। हमारी पूरी कोशिश यही रहती है कि किसी तरह से यह बला टल जाए, लेकिन इस बड़े काम को छोटे-छोटे कई टुकडो में बाँट ले और एक-एक कर उन्हें पूरा करते जाए तो आप देखेगे कि जिस काम को पहाड़ समझ कर आप छोड़ रहे थे, वह कितनी आसानी से हो गया। इससे कोशिश यही करे कि जो काम ज्यादा जरूरी हो, उसे पहले कर ले।


लक्ष्य के प्रति समर्पण

आप लक्ष्य के प्रति समर्पित रहेगे तो आपके लिए काम को टालना आसान नही होगा। हर काम का एक निश्चित समय और महत्व होता है। इसके बाद उसे करने का कोई मतलब नही रह जाता। हम चाहे लाख प्रतिभाशाली हो, यदि समय की मांग और deadline को follow नही कर सकते तो हमारी सारी विद्द्ता बेकार है। हम किसी काम को कब पूरा करते है, यह बहुत मायने रखता है।

एक समय में एक ही काम

अक्सर हम खुद को सर्वोपरि साबित करने के चक्कर में कई काम एक साथ करना शुरू कर देते है। नतीजा यह होता है कि हम कोई भी काम ढंग से नही कर पाते, इसलिए एक समय में एक ही काम करने की आदत डाले। यदि आपके पास एक ही काम होगा तो आप focus करते हुए पूरी तल्लीनता के साथ करेगे। जब आप किसी काम के कुछ प्रतिशत को पूरा कर लेते है तो उस पर आगे बढने का आत्मविश्वास भी आ जाता है।

Success Person से के प्रेरणा

life में success के लिए प्रेरणा बहुत जरूरी है। आपके आसपास कई ऐसे success लोग होगे, जो आपके लिए प्रेरणास्रोत बन सकते है। आप यह मालुम कर सकते है कि उन्होंने ऐसे कौन से रास्ते अपनाए, जो उन्हें career या job में बुलंदी तक ले गए। उनके formula और रास्ते अपनाकर आप भी नई इबारत लिख सकते है। जब आप लोगो के विचारो से प्रेरित होगे तो आपके अंदर से negative चीजे अपने आप बाहर निकल जाएगी।

ऊर्जावान बने रहे

जर्मनी स्थित university of education की ओर से 367 student पर कराये गये एक research के मुताबिक़ देर रात तक जागने वाले लोग काम को हमेशा टालने की कोशिश करते है। सुबह जल्दी उठने वाले लोग ज्यादा क्रियाशील साबित होते है।

मन को अनुशासित करे

boss ने यदि कठिन काम दिया है तो सबसे पहले उस काम के प्रति अपने मन को तैयार करे। अच्छे मूड के साथ तत्काल उसमे लगना चाहिए। job तलाशने के दौरान असफल रहने पर किसी पछतावे की बजाय पुरे मनोयोग से अपनी कोशिशे जारी रखे। शास्त्रों में भी कहा जाता है कि ‘मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।‘

समय के साथ बदलना सीखे

आज के प्रतियोगी दौर में अगर कोई time management के महत्व को नही समझता तो उसके काम हमेशा बिखरे हुए रहेगे और कोई भी काम समय पर नही हो पायेगा। time management के अभाव में काम के लिए 24 घंटे भी कम पड़ने लगते है। आधुनिक अविष्कारों ने हमारे जीवन की गति को बढ़ा दिया है। पलक झपकते ही हम google,Facebook, twitter के जरिये देश-दुनिया से जुड़ जाते है। इन tools को खुद के लिए मददगार बनाये।

कुछ यूं पनपती है ये आदते

1-यदि हमे किसी subject काम की समझ नही है तो हम उस काम से जी चुरायेगे और कोई न कोई बहाना बनाकर उस काम को अगले दिन के लिए टाल देगे।

2-हमारे पास योजनाये तो है, पैसे की भी कोई कमी नही है, लेकिन मेहनत करने का मन नही करता।

3-कई बार हम काम करने के लिए सोचते है, लेकिन फिर आलस्य की वजह से उसे शुरू नही कर पाते। धीरे-धीरे यह आलसीपन हमे इस कदर जकड़ लेता है कि हर काम को अगले दिन के लिए सरका देना हमारी प्रवृति बन जाता है।

4-हम सोचते है कि यदि हमने यह काम शुरू किया और किन्ही कारणों से success नही हुए तो जगहंसाई होगी और काम की शुरुआत नही कर पाते।

5-अमेरिका स्थित university of Colorado boulder में हुए survey में यह बात सामने आई है कि बच्चो में टालमटोल की आदत आनुवंशिक कारणों से भी होती है।

6-जब हम negative पहलुओं पर ज्यादा ध्यान देते है तो लक्ष्य तक पहुचने में मुश्किल होती है।



Success Person सुबह सबसे पहले करते हैं ये Work



   



Friday, November 6, 2015

Dream Career




किसी भी career में प्रवेश करने से पहले युवाओ के मन में ढेर सारे सपने होते है। सम्बंधित course आदि करने के बाद भी कामयाबी मिलने वालो का प्रतिशत बहुत कम देखा गया है। अधिकतर युवा पढाई के दौरान ही अपने लक्ष्य तय कर लेते है, मगर सही road map तैयार न होने के कारण वे मंजिल तक नही पहुंच पाते और हताश हो जाते है। आइये जानते है dream career तक पहुंचने का रास्ता

खुद को परखे

सभी person एक जैसे नही होते। सबकी ताकत, कमजोरी, इच्छाए, ambition और dream सभी कुछ एक –दुसरे से बिलकुल अलग होते है। साथ ही हर किसी में कोई न कोई खूबी जरुर होती है, जो उस person को अन्य लोगो से अलग बनाती है। सबसे पहले अपनी इस खूबी को पहचानिए। इससे खुद की पहचान में मदद मिलेगी और आपको अंदाजा हो जायेगा कि आप अपने बाकी साथियों के मुकाबले किस स्तर पर है? इसके बाद आप अपनी performance में सुधार के लिए सही तरीके अपना सकेगे। अपनी ताकत के इर्द-गिर्द ही अपना career बनाइए। इससे आप न सिर्फ अपने career में best performance दे सकेगे, बल्कि आपका आंतरिक विकास भी होगा और आप हमेशा खुश रह सकेगे।

Interest और Personality को पहचाने

ऐसा काम न चुने, जो आपके personality के अनुरूप न हो। अगर आपकी communication skill अच्छी नही है तो marketing के क्षेत्र में आपका future बहुत सुनहरा नही होगा। हम जिस चीज से संतुष्ट होते है और जो काम करने में सहजता महसूस करते है, वही बेहतर रूप से कर सकते है। जिस काम को हम रूचि के साथ आनन्द लेकर करते है, उस काम में success मिलना आसान होता है, लेकिन जो काम हमे असहज या hard लगते है, जिन्हें करने से आत्मसंतुष्टि नही मिलती, उनमे success मिलना बहुत मुश्किल होता है।

लक्ष्य तय करे

एक famous university द्वारा करवाए गये research में यह बात पता चलता है कि किसी भी career के प्रति रुझान उम्र के साथ-साथ बदलता रहता है। वही लोग अंत तक एक career से किसी न किसी रूप से जुड़े रहे, जिन्होंने लक्ष्य तय किया हुआ है था और उन्हें अपने carrier से प्यार था। यानि जब आप बेहतर plan के साथ market में कदम रखेगे, तभी आगे तक जायेगे। पहले ही job का चयन अगर सही नही हुआ तो career में तरक्की की राहे मुश्किल हो सकती है। ऐसे में बार-बार job बदलने में आपका कीमती वक्त बर्बाद होगा। यह पहले से तय कर ले कि आपको किस क्षेत्र में career बनाना है या किन company में काम करना चाहते है। America के beuro of labour statics ने नई report में आकड़ो के आधार पर 20 सबसे अच्छी job की एक सूची पेश की है। इनमे engineer और analysis की job को सबसे उपर रखा गया है। beuro ने कहा कि इनके salary में पिछले एक साल में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई। आकड़ो का परिक्षण ‘ग्लासडोर’ ने किया है।

क्षमताये बढाये

ग्लासडोर डॉट कॉम वेबसाइट द्वारा करवाए गये सर्वे के मुताबिक जिन 63 प्रतिशत employee ने skill को बढ़ाने पर काम किया, उन्हें बेहतर पदोन्नति के साथ अच्छी salary भी मिली। सर्वे में 74 प्रतिशत ने माना की उन्हें खुद को आगे बढ़ाने के लिए skill सीखनी होगी। 48 प्रतिशत employee के मुताबिक उनके degree उनके काम के साथ कही मेल नही खाती यानि इससे साफ हो गया कि शुरुआत में भले ही आप अपनी degree की बदौलत कोई job पा लेते है, मगर उसमे टिके रहने व् तरक्की पाने के लिए आपको मौजूद क्षमताओ में इजाफा करना होगा। उन skill को पहचान कर सीखना होगा, जो आपके काम में सहायक है।

Internship से पाए Experience 

किसी company में की गई internship आपको आपके dream career तक पहुचने में सहायक हो सकती है। internship के दौरान आप classroom की theory classes से निकल कर job market और पेशेवर कार्यो की दुनिया से परिचित होते है। आपने जो शिक्षा हासिल की है, उसका वास्तविक प्रयोग कैसे करना है और आपकी शिक्षा आपके dream career में रास्ता बनाने में किस हद तक सहायक होगी, इसे internship के दौरान परखा और जांचा जा सकता है। साथ ही internship के दौरान आपका परिचय उन लोगो से होता है, जो आपको job में मदद कर सकते है। इससे आपका सीधा contact job देने वाली company के लोगो से हो जाता है।

Resume हो दमदार

किसी भी company में अपना resume भेजने से पहले यह निश्चित कर ले कि इसमे कही कोई अशुद्दी तो नही है, कोई योग्यता बढ़ा-चढ़ा कर तो नही लिखी गई है। इसके बाद ध्यान दे कि उसका design, font size, आकर्षक हो, ताकि पढ़ते समय बोरियत न हो। जो भी कहना चाहते है, वह संक्षेप में प्रभावी ढंग से लिखा होना चाहिए। इसमे अनावश्यक बाते न लिखे। इसे बनाते समय internet का सहारा ले सकते है, या फिर किसी वरिष्ठ से सलाह-मशविरा कर ले।

Research करे

आप जिस क्षेत्र में अपना career बनाना चाहते है या जो भी dream job पाना चाहते है, उसके बारे में जानकारिया collect करे। उस क्षेत्र में काम कैसे होता है, काम करने की शैली कैसी है, salary कितना मिलता है, आने वाले समय में उस क्षेत्र में विकास की क्या सम्भावनाये है, सरकार की नीति उस sector के लिए क्या है, इस क्षेत्र में काम करने के दौरान किस तरह की चुनौतियों सामने आ सकती है, इस समय उस क्षेत्र से जुडी कौन-सी चीज चलन में है, ऐसे सवालों का जवाब जरुर ढूंढे।

Social Media

आज के समय में Facebook और LinkedIn जैसी websites जहा एक तरफ job खोजने में मददगार साबित हो रही है, वही ये नियोक्ताओ के लिए उम्मीदवार के personality का अंदाजा लगाने का एक जरिया भी है। आप इन sites का संभल कर इस्तेमाल करे। आज job खोजने में internet एक बड़ा platform साबित हो रहा है। आप online job portals पर अपनी dream job के बारे में search करे। यहा खुद को registered भी करवाए।

Projects का हिस्सा बने

भीड़ से खुद को अलग साबित करने के लिए आपको बाकी लोगो से कुछ हटकर करना पड़ेगा। resume के साथ-साथ एक portfolio भी तैयार करे। इसमे आपने किसी workshop में हिस्सा लिया हो, किसी मुद्दे पर व्याख्यान दिया हो या कोई वाद-विवाद प्रतियोगिता जीती हो, आप ऐसे प्रमाण-पत्र जरुर post करे। इसके अलावा internet पर discussion forum join करे। अपने subject के जिन मुद्दों पर आपकी पकड़ मजबूत है, उससे जुडी जानकारी इन forum पर आप साझा कर सकते है। 

Dream Career से जुड़े सर्वे

LinkedIn के एक सर्वे में दुनियाभर के professional ने माना कि शुरुआत में उनकी dream job हकीकत से बिलकुल जुदा थी।

1-  13% से अधिक पुरुषो में कोई प्रधानमंत्री,राष्ट्रपति या फिर कोई secret agent बनना चाहता था।

2-  7.9% महिलाये किसी VVIP पद पर पहुचने का सपना देखने वाली थी।

3-  14.8% पुरुष engineering के क्षेत्र में जाने के इच्छुक दिखे।

4-  2.1% महिलाओ ने engineering जैसे किसी पेशे का ख्वाब देखा

5-  8000 professional के बीच LinkedIn ने किया था यह सर्वे

6-  8.9% ही वर्तमान में अपना dream career पाने में success

7-  21% ने कहा वे कही न कही अपनी dream job से ही जुड़े है।

career counselor Ashok Singh के आधार पर