Wednesday, August 10, 2016

Skin पर Monsoon का असर

monsoon skin effect

मानसून की फुहारें राहत लाती है तो कई तरह के skin रोग भी। गंदा पानी, पसीना न सूखना, काफी देर तक गीला रहना और अधिक नमी कई तरह की skin से जुड़ी परेशानियाँ खड़ी कर देते है। हालाँकि कुछ बातों का ध्यान रख कर इनसे आसानी से बचा जा सकता है।

दाद

यह कई तरह के फफूंद की वजह से होता है, जिनमें डर्मेटोफाइटस और yeast प्रमुख है। फफूंद मृत केरोटिन में पनपता है और धीरे-धीरे body के नम स्थानों में फैलता जाता है, जैसे पैर की एड़ी, नाख़ून, जननांग और छाती वाला भाग।

क्या करें

skin की नमी मुक्त रखें। ढीले व् हल्के सूती कपड़े पहने। doctor के बताये गये anti fungal powder व् cream का ही इस्तेमाल करें। देर तक गीला न रहें।

घरेलू उपाय

नीम की पत्तियों के उबले पानी से दाद को साफ करें। चक्रमर्द के बीजों को गंधक व् मक्खन में मिला कर लगाएं। दाद पर छह भाग नारियल तेल और एक भाग गंधक घोट कर मलहम बना लगायें।

फोड़े-फुंसी

दूषित पानी व् गंदगी में पनपे Bactria के संपर्क में आने से फोड़े-फुंसिया हो जाते है। बच्चों के अलावा diabetes, cancer या aids के पीड़ितों में इनकी problem अधिक होती है।

क्या करें

skin को साफ सुधरा रखें। रोज स्नान करें। चोट लगी जगह को गंदे पानी व् गंदगी से बचाएं। problem serious होने पर doctor को अवश्य दिखाएँ। antiseptic साबुन व् lotion का इस्तेमाल करें।

घरेलू उपाय

नीम की पत्तियों को उबाल कर इसके पानी से नहायें।

खुजली यानी रैशेज

खुजली के कई कारण हो सकते है। कई medicine की गर्मी भी खुजली कर देती है। लेकिन इस मौसम में इसका कारण impure पानी और Bactria का infection होता है। कब्ज होने पर भी खुजली की problem होने लगती है।

क्या करें

बारिश में भीगने से बचें। skin साफ व् सूखी रखें। साफ व् सूखे कपड़े पहनें। antiseptic साबुन व् lotion ही लगायें।

घरेलू उपाय

दशांग लेप, जो आर्युवेद की 10 जड़ी-बूटियों से तैयार किया जाता है, खुजली से राहत देता है। नीम का तेल और उसका लेप भी आराम देता है। गंधक मिले गुनगुने पानी में नहाना भी फायदेमंद है।

घमौरियां

गर्मी व् उमस के समय होने वाली problem है। इससे skin पर छोटी-छोटी और लाल लाल फुंसियाँ निकलती है, जिनमे से कई बार द्रव भी निकलता है। खुजली भी बहुत होती है।

क्या करें

अधिक मसालेदार खाने से बचें। बारिश के पानी में स्नान करने से आराम मिलता है। प्रिकली हीट powder लगायें। बर्फ को 5-7 minute तक रगड़ने से भी आराम मिलता है।

घरेलू उपाय

नीम की पत्तियां उबाल कर तैयार किये गये पानी में स्नान करें। सुबह के समय नीम की 4-5 कच्ची पत्तियां चबाने से भी बहुत जल्दी आराम आने लगता है।

एथलीट फुट

पैर की उँगलियों के बीच उष्ण और नम रहने वाले हिस्से में कवक के कारण होने वाला संक्रमण। इससे पैर की skin भुरभुरी और लाल हो जाती है। खुजली, जलन, skin फटने के साथ-साथ फफोले भी पड़ सकते है।

क्या करें

बारिश में पैरों को भीगने से बचाएं। साबुन और पानी से नियमित सफाई करें। पैर की उंगलियों को सूखा रखें। antiseptic powder लगाते रहें।

घरेलू उपाय

इसका इलाज कवक-रोधी medicine है। zinc oxide का उपयोग भी किया जा सकता है। टी ट्री तेल लगाना भी आराम पहुंचाता है।





                                         Skin की सेहत पर होने वाले Problem








No comments:

Post a Comment